कोरोना वायरस / सीमाएं सील होने पर दतिया जाने से रोका, तो मजदूर बोले- हमें जाने दो नहीं, तो नदी में कूद कर दे देंगे जान, तब खोला रास्ता

दिल्ली और अन्य राज्यों के मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए शासन द्वारा प्रदेश के साथ ही जिलों की सीमाओं को लॉक करने के आदेश जारी किए गए हैं। सीमा लॉक के आदेश के बाद शहर में हजारों मजदूरों से भरे वाहन को सिंध नदी के पास दतिया प्रशासन अपने जिले की सीमा में घुसने से रोक दिया। जिसके चलते सिंध पुल के हजारों मजदूरों से भरे कई वाहन रुक गए। सूचना मिलते ही डबरा प्रशासन मौके पर पहुंच गया और मजदूरों को डबरा में ही रुकने के लिए कहा, लेकिन मजदूर रुकने के लिए तैयार नहीं थे। दोपहर करीब 12 बजे दतिया के एसपी अमन सिंह राठौर पुल पर पहुंचे, वहां एसडीएम जयति सिंह ने उनसे चर्चा की उसके बाद कुछ वाहनों को निकाला गया, शेष मजदूरों को डबरा में ही रोककर उनके खाने पीने की व्यवस्था की गई।


दिल्ली और अन्य राज्यों से पैदल और लोडिंग वाहनों से आने वाले मजदूर जैसे ही शहर से बाहर निकले सिंध नदी के पुल के पास दतिया जिले के प्रशासन ने उनको रोक दिया और अपनी सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया। करीब 5 हजार से अधिक मजदूर ट्रक, मेटाडोर, बस और पैदल जाने वाले सिंध नदी के पुल के पास रुक गए, मजदूरों का कहना था या तो उन्हें जाने दिया जाए, अन्यथा वो नदी में ही कूद जाएंगे। सूचना मिलते ही डबरा से एसडीएम जयति सिंह, तहसीलदार नवनीत शर्मा, और टीआई यशवंत गोयल मौके पर पहुंच गए और मजदूरों को डबरा में ही रुकने के लिए कहा पर मजदूर मानने के लिए तैयार नहीं थे। जिसके चलते उन्होंने दतिया प्रशासन से बात की। दोपहर 12 बजे दतिया एसपी अमन सिंह राठौर मौके पर पहुंचे। वहां पर एसडीएम जयति सिंह से बात की। उसके बाद मौके पर मजदूरों को जाने दिया गया। जो मजदूर प्रशासन के कहने पर डबरा में ही रुकने के लिए तैयार हो गए, प्रशासन ने उनकी सेंटपीटर्स स्कूल के पास,केंद्रीय स्कूल और कृषि उपज मंडी में व्यवस्था करने के लिए कहा।


समाजसेवा... हाईवे पर कई जगह खाना बांटा, सिख समाज आया आगे
डबरा| सिंध नदी के पुल पर मजदूरों की रुकने सूचना मिलते ही राहत कार्य कर रहे समाजसेवी पुल पर पहुंच गए और मजदूरों को खाने-पीने के पैकेट, बिस्किट और पानी की व्यवस्था की। इसके साथ ही हाईवे पर कई जगह पैदल जाने वाले मजदूरों के लिए ग्रामीण भी पानी की व्यवस्था करते देखे गए। मजदूरों को खाना के पैकेट बांटने के लिए सिख समाज के लोग आगे आए और मजदूरों के लिए व्यवस्था की। इसी तरह अन्य लोग भी पलायन कर रहे लोगों को भोजन दे रहे हैं।


दिल्ली से आए परिवार से मकान मालिक बोला- पहले जांच कराकर आओ


बाहर किसी काम से गए लोगों को अब उनके मकान मालिक घरों में रखने में आनाकानी कर रहे हैं। रविवार को दिल्ली से आए जंगीपुरा निवासी सिमरन खान को उनके मकान मालिक ने घर में नहीं घुसने दिया। मकान मालिक का कहना था कि पहले अस्पताल से डॉक्टर से जांच कराकर सर्टिफिकेट बनवाकर लाओ उसके बाद उन्हें रहने दिया जाएगा। लेकिन जब वह अस्पताल पहुंचे तो वहां डॉक्टर ने जांच करने से मना कर दिया, जिसके चलते वे करीब 11 बजे तक चौराहे पर आकर बैठे। वहां ड्यूटी पर बैठे पटवारी ने हेल्पलाइन पर कॉल कर उनकी जांच करवाई उसके बाद मकान मालिक ने उन्हें घुसने दिया।



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